Sunday, September 24, 2017

मंडी हाउस: कुछ ठहरा, कुछ दौड़ता हुआ, देश-दुनिया की खबर ही नहीं

मंडी हाउस में भले ही नाटकों के शो दोपहर बाद चलते हों, लेकिन यहां के सभागार साहित्यिक-सांस्कृतिक गतिविधियों से गुलजार रहते हैं।
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