Wednesday, August 2, 2017

लोस में उठा केरल में BJP-RSS कार्यकर्ताओं की हत्या का मुद्दा

नई दिल्ली
लोकसभा में बीजेपी सदस्यों ने केरल में वाममोर्चा के शासन के दौरान आरएसएस, बीजेपी सदस्यों पर हमले और कथित राजनीतिक हत्याओं के मुद्दे को उठाया और कहा कि लोकतंत्र में राजनीतिक मतभेद हो सकते हैं, लेकिन किसी पार्टी के कार्यकर्ता को मारना अत्यंत निंदनीय है। इसकी एनआईए या सीबीआई से जांच होनी चाहिए। शून्यकाल के दौरान बीजेपी के प्रह्लाद जोशी और मीनाक्षी लेखी ने सदन में इस विषय को उठाया।

माकपा समेत वामदलों के सदस्यों ने इसका विरोध किया, दूसरी ओर बीजेपी सदस्य अपने स्थान से इस विषय को उठाते देखे गए। प्रह्लाद जोशी ने कहा कि हम असहिष्णुता की बात करते हैं, लेकिन केरल में हर दिन हमारे कार्यकर्ताओं पर हमले हो रहे हैं। जब से वहां वाम सरकार आई है हर महीने राजनीतिक हत्याएं हो रही हैं। पिछले 17 महीने में 17 हत्याएं हुई हैं। इसमें आरएसएस, बीजेपी कार्यकर्ताओं को मारा गया है, दो कांग्रेस के कार्यकर्ता भी मारे गए। बच्चों पर भी हमले किये गए जो जुलूस में शामिल थे।

केरल के वर्तमान मुख्यमंत्री के क्षेत्र में अधिकांश हमले हुए । तिरुवनंतपुरम में बीजेपी मुख्यालय पर हमला किया गया। उन्होंने कहा कि ऐसा लगता है कि वामदलों का लोकतंत्र में कोई भरोसा नहीं है। इसलिए हमारी मांग है कि इन हत्याओं की एनआईए या सीबीआई से जांच कराई जाए। मीनाक्षी लेखी ने कहा कि मैं उन 14 लोगों का नाम लेना चाहती हूं जिनकी केरल में राजनीतिक हत्याएं की गई । इनका नाम आप लोगों को पता नहीं होगा, अगर मैं पीलू खान या अखलाक का नाम लेती तो सभी को पता होगा।

उन्होंने कहा कि ये आरएसएस और बीजेपी के कार्यकर्ता थे जिनकी जघन्य तरीके से हत्या की गई। केरल में वाम दलों की सरकार के शासनकाल में ये हत्याएं हुई। तालिबानी तरीके से ये हत्याएं हुईं हैं। पिछले कुछ वर्षों में आरएसएस, बीजेपी के अलावा कांग्रेस के कार्यकर्ताओं की भी हत्या की गई, लेकिन कांग्रेस चुप है। लेखी ने कहा कि 51 महिलाओं के खिलाफ आपराधिक घटनाएं घटीं, इनमें दलित भी शामिल हैं। वामदल चाहते ही नहीं कि कोई रामनाथ कोविंद बन पाये। इनके पोलित ब्यूरो में एक भी दलित नहीं है। बीजेपी नेता ने कहा कि लोकतंत्र में राजनीतिक मतभेद हो सकते हैं लेकिन किसी पार्टी के कार्यकर्ता को मारना अत्यंत निंदनीय है ।

मोबाइल ऐप डाउनलोड करें और रहें हर खबर से अपडेट।


Read more: लोस में उठा केरल में BJP-RSS कार्यकर्ताओं की हत्या का मुद्दा