Wednesday, May 31, 2017

मनमानी करने वाली महिला स्टाफ पर कोर्ट सख्त 

नई दिल्ली
पिछले हफ्ते तीस हजारी कोर्ट में एक महिला स्टाफ मेंबर कोर्ट प्रोसिडिंग बीच में ही छोड़कर चल दीं। उस वक्त भ्रष्टाचार से जुड़े मामलों की सुनवाई करने वाली विशेष अदालत में कोलकाता से विडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए सीबीआई के एक गवाह का बयान दर्ज हो रहा था। महिला स्टेनोग्राफर कार्यवाही के बीच में अपनी सीट से खड़ी हो गई और बोली कि वह जा रही हैं, उनकी कैब बाहर इंतजार कर रही है।

महिला कर्मचारी के इस बर्ताव को गंभीरता से लेते हुए अदालत ने अपने आदेश में कहा कि महिला स्टेनोग्राफर ने कार्यवाही जारी रहते हुए अपनी कुर्सी छोड़कर उसका अपमान किया और अथॉरिटी को नीचा दिखाने की जुर्रत की है। स्टेनोग्राफर के इस रवैये को अफसोसजनक बताते हुए अदालत ने कहा कि महिला ने भरी अदालत में जाने का एक बेकार से बहाना देकर तमाम वकीलों की मौजूदगी में हो रही विडियो कॉन्फ्रेंसिंग को हाईजैक करने की कोशिश की। अदालत ने महिला के खिलाफ कोर्ट की अवमानना की कार्यवाही करने से खुद को रोकते हुए उचित ऐक्शन के लिए मामले को डिस्ट्रिक्ट ऐंड सेशन जज हेडक्वॉर्टर को रेफर कर दिया।

मामला पिछले हफ्ते का है जब एक स्टेनोग्राफर सवा 4 बजे अपनी कुर्सी से उठ गईं और बाहर जाते हुए कहने लगीं कि उनकी कैब बाहर वेट कर रही है। इस पर जज ने उनसे कहा कि अभी कोर्ट का समय खत्म नहीं हुआ है, जवाब में उन्होंने कहा कि सुप्रीटेंडेंट ऑफिस के बाहर जब तक वह अपनी अटेंडेंस मार्क करेंगी तब तक 5 बज जाएंगे। जज के दोबारा चेतावनी देने के बावजूद महिला स्टाफर बहस करने लगीं और जाने की जिद पर अड़ गईं।

मोबाइल ऐप डाउनलोड करें और रहें हर खबर से अपडेट।


Read more: मनमानी करने वाली महिला स्टाफ पर कोर्ट सख्त