Tuesday, April 4, 2017

GTB में गलत इंजेक्शन से 20 की आंखें खराब

नई दिल्ली
जीटीबी अस्पताल में रेटिना के इलाज के लिए आए 20 मरीजों की आंखों की रोशनी जाने का मामला सामने आया है। रेटिना की सर्जरी से पहले मरीजों को इंजेक्शन के लिए बुलाया गया था, जहां 1 अप्रैल को इंजेक्शन दिया गया। लेकिन 2 अप्रैल की सुबह से ही मरीजों की आंखों की रोशनी धुंधली होने लगी। बताया जा रहा है कि कुछ लोगों की आंखों की रोशनी बहुत हद तक चली गई है। बाद में सभी सीरियस मरीजों को एम्स भेजा गया, जहां शुरुआती इलाज के बाद सर्जरी की गई।

सूत्रों के मुताबिक, इन मरीजों को ओपीडी में बुलाकर इंजेक्शन लगाया गया था। जीटीबी अस्पताल प्रशासन का कहना है कि सभी मरीज डायबिटिक थे। जो दवा इन मरीजों को दी गई थी, उसके सैंपल को जांच के लिए भेज दिया गया है। मामले की गंभीरता को देखते हुए प्रशासन ने जांच कमिटी बना दी है।

एम्स के आरपी सेंटर के चीफ डॉक्टर अतुल कुमार का कहना है कि एम्स में इन मरीजों की शुरुआती सर्जरी कर इन्फेक्शन कम किया गया। डॉक्टर ने आंशका जताई कि हो सकता है इंजेक्शन की दवा खराब हो गई हो या उसकी डेट एक्सपायर होने के बाद भी उसका इस्तेमाल किया गया हो। उनका कहना है कि छह-आठ महीने में इन लोगों की रोशनी वापस आ सकती है, लेकिन संभव है कि कुछ मरीजों की रोशनी कभी वापस नहीं आए। वैसे रेटिना के 80 पर्सेंट मरीजों को इंजेक्शन लगाया जाता है।

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