नई दिल्ली
सुरक्षा की मांग को लेकर चार दिन से राजधानी के सरकारी अस्पतालों में जारी डॉक्टरों की हड़ताल का दायरा बढ़ रहा है। कल दिल्ली के अलावा कई राज्यों के डॉक्टर्स संगठन ने इस हड़ताल को समर्थन देते हुए अस्पतालों में पर्याप्त सुरक्षा इंतजाम की मांग रखी। इन संगठनों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा को पत्र लिख वादाखिलाफी के आरोप भी लगाए।
महाराष्ट्र रेजीडेंट डॉक्टर्स असोसिएशन (मार्ड) के मुताबिक, पिछले दिनों पूरे देश में डॉक्टरों ने विरोध जताया। सरकार ने आश्वासन दिया तो डॉक्टरों ने हड़ताल खत्म कर दी। लेकिन करीब 15 दिन बाद मांगों पर अमल नहीं हुआ।
दिल्ली के डीडीयू अस्पताल में हड़ताल का समर्थन देते हुए इन्होंने मांग पूरी न होने पर हड़ताल की चेतावनी दी है। उधर, दिल्ली सर्विस डॉक्टर्स असोसिएशन, यूनिवर्सिटी कॉलेज ऑफ मेडिकल साइंस व जीटीबी हॉस्पिटल, एम्स, आरएमएल सहित केंद्र सरकार के अस्पतालों के रेजीडेंट्स ने भी समर्थन देते हुए हड़ताल पर जाने की चेतावनी दी है। एम्स रेजीडेंट डॉक्टर्स ने प्रबंधन को पत्र लिखते हुए सूचित भी कर दिया है। वहीं, आज सुबह 9:30 बजे डीडीयू में हड़ताली डॉक्टरों की मीटिंग चल रही थी।
दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री ने बनाई दूरी
दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने हड़ताली डॉक्टरों से दूरी बना ली है। कल दिल्ली सचिवालय से आए बुलावे के बाद डॉक्टरों को लगा था कि सरकार उनसे बात करेगी। लेकिन वहां पहुंचने पर दिल्ली स्वास्थ्य सचिव मौजूद थे, जिन्होंने विरोध को जायज बताया लेकिन मांग पूरी करने में लाचारी व्यक्त कर दी। इसके चलते डॉक्टरों का गुस्सा फूट गया। उन्होंने सचिवालय में ही विरोध के साथ 24 घंटे का अल्टीमेटम देते हुए रवानगी की। बताया जा रहा है कि गुरुवार सुबह चल रही बैठक इसी सिलसिले में है।
दोपहर तक LNJP बंद?
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, कल दिल्ली सरकार के अफसरों के रवैये से खफा डॉक्टरों ने अब किसी भी सूरत में हड़ताल खत्म नहीं करने का फैसला लिया है। अभी तक दिल्ली गेट स्थित लोकनायक अस्पताल को छोड़ बाकी आधे से ज्यादा अस्पतालों में हड़ताल शुरू हो चुकी है। चूंकि यहां के डॉक्टरों ने एलएनजेपी के रेजीडेंट संगठन से बातचीत की है। ऐसे में कयास लगाए जा रहे हैं कि दोपहर बाद तक लोकनायक अस्पताल के डॉक्टर्स भी काम बंद करने का ऐलान कर देंगे।
आरडीए महासचिव डॉ. सुमित पारिया ने कहा,'सरकार ने आज शाम तक का वक्त मांगा है। हम उसी का इंतजार कर रहे हैं। शाम को सरकार मांगों पर क्या एक्शन लेती है? अगर हमें लगा कि पहले की तरह फिर लंबे-चौड़े वादे ही हैं तो हड़ताल जारी रखेंगे।'
सुरक्षा की मांग को लेकर चार दिन से राजधानी के सरकारी अस्पतालों में जारी डॉक्टरों की हड़ताल का दायरा बढ़ रहा है। कल दिल्ली के अलावा कई राज्यों के डॉक्टर्स संगठन ने इस हड़ताल को समर्थन देते हुए अस्पतालों में पर्याप्त सुरक्षा इंतजाम की मांग रखी। इन संगठनों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा को पत्र लिख वादाखिलाफी के आरोप भी लगाए।
महाराष्ट्र रेजीडेंट डॉक्टर्स असोसिएशन (मार्ड) के मुताबिक, पिछले दिनों पूरे देश में डॉक्टरों ने विरोध जताया। सरकार ने आश्वासन दिया तो डॉक्टरों ने हड़ताल खत्म कर दी। लेकिन करीब 15 दिन बाद मांगों पर अमल नहीं हुआ।
दिल्ली के डीडीयू अस्पताल में हड़ताल का समर्थन देते हुए इन्होंने मांग पूरी न होने पर हड़ताल की चेतावनी दी है। उधर, दिल्ली सर्विस डॉक्टर्स असोसिएशन, यूनिवर्सिटी कॉलेज ऑफ मेडिकल साइंस व जीटीबी हॉस्पिटल, एम्स, आरएमएल सहित केंद्र सरकार के अस्पतालों के रेजीडेंट्स ने भी समर्थन देते हुए हड़ताल पर जाने की चेतावनी दी है। एम्स रेजीडेंट डॉक्टर्स ने प्रबंधन को पत्र लिखते हुए सूचित भी कर दिया है। वहीं, आज सुबह 9:30 बजे डीडीयू में हड़ताली डॉक्टरों की मीटिंग चल रही थी।
दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री ने बनाई दूरी
दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने हड़ताली डॉक्टरों से दूरी बना ली है। कल दिल्ली सचिवालय से आए बुलावे के बाद डॉक्टरों को लगा था कि सरकार उनसे बात करेगी। लेकिन वहां पहुंचने पर दिल्ली स्वास्थ्य सचिव मौजूद थे, जिन्होंने विरोध को जायज बताया लेकिन मांग पूरी करने में लाचारी व्यक्त कर दी। इसके चलते डॉक्टरों का गुस्सा फूट गया। उन्होंने सचिवालय में ही विरोध के साथ 24 घंटे का अल्टीमेटम देते हुए रवानगी की। बताया जा रहा है कि गुरुवार सुबह चल रही बैठक इसी सिलसिले में है।
दोपहर तक LNJP बंद?
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, कल दिल्ली सरकार के अफसरों के रवैये से खफा डॉक्टरों ने अब किसी भी सूरत में हड़ताल खत्म नहीं करने का फैसला लिया है। अभी तक दिल्ली गेट स्थित लोकनायक अस्पताल को छोड़ बाकी आधे से ज्यादा अस्पतालों में हड़ताल शुरू हो चुकी है। चूंकि यहां के डॉक्टरों ने एलएनजेपी के रेजीडेंट संगठन से बातचीत की है। ऐसे में कयास लगाए जा रहे हैं कि दोपहर बाद तक लोकनायक अस्पताल के डॉक्टर्स भी काम बंद करने का ऐलान कर देंगे।
आरडीए महासचिव डॉ. सुमित पारिया ने कहा,'सरकार ने आज शाम तक का वक्त मांगा है। हम उसी का इंतजार कर रहे हैं। शाम को सरकार मांगों पर क्या एक्शन लेती है? अगर हमें लगा कि पहले की तरह फिर लंबे-चौड़े वादे ही हैं तो हड़ताल जारी रखेंगे।'
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