Wednesday, April 5, 2017

हर 4 वाहनों में से 3 का नहीं होता पल्यूशन टेस्ट

रुमु बनर्जी, नई दिल्ली
दिल्ली की हर चार गाड़ियों में से तीन के पास प्रदूषण-नियंत्रण प्रमाणपत्र (pollutionunder-control certificate) नहीं है। यही नहीं, प्रदूषण को लेकर 95 प्रतिशत लोग अपने वाहनों की टेस्ट पास करा लेते हैं। यह तथ्य पल्यूशन अंडर कंट्रोल (PUC) प्रोग्राम का मजाक उड़ाता है। सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर पर्यावरण प्रदूषण नियंत्रण प्राधिकरण (EPCA) द्वारा दिल्ली-एनसीआर के पल्यूशन चेकिंग सेंटरों के ऑडिट किए जाने पर ये परेशान करने वाले तथ्य सामने आए हैं जिनका सीधा संबंध वायु प्रदूषण से है।

EPCA ने सिफारिश की है कि वाहनों के वार्षिक बीमा PUC सर्टिफिकेट से लिंक होने की सिफारिश की है ताकि दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण संबंधी नियमों का सौ प्रतिशत अनुपालन संभव हो। EPCA ने अपने ऑडिट में यह भी पाया कि PUC टेस्ट वाले वाहनों की मेंटिनेंस ठीक तरह से नहीं की जा रही और ना ही उन्हें मॉनिटर करने को लेकर कोई नियम हैं।

इस रिपोर्ट के ड्राफ्ट में अब और शहरों को भी जोड़ा रहा है। रिपोर्ट बताती है कि दिल्ली में नवंबर 2016 से जनवरी 2017 के बीच 10 लाख 37 हजार PUC टेस्ट किए गए। आंकड़ों के मुताबिक, अगस्त 2016 तक दिल्ली में कुल 60 लाख 47 हजार वाहन थे। BS-IV और इससे पहले वाले वाहनों को लेकर रिपोर्ट कहती है, 'हर क्वॉर्टर (तीन महीने) में टेस्ट होने वाले वाहनों की संख्या कम से कम 50 लाख 91 हजार होनी चाहिए।' हालांकि इस नियम के पालन को लेकर जो आंकड़ा आया है वह निराशाजनक है। केवल 23.3 प्रतिशत वाहनों का टेस्ट हो पाया। रिपोर्ट के मुताबिक, 'दिल्ली में ऐसे वाहन बड़ी संख्या में हैं। चार में से लगभग हर तीन वाहनों का PUC टेस्ट नहीं कराया जाता।'

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