नई दिल्ली
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के सबसे बड़ा ट्रेनिंग सेंटर को दिल्ली बॉर्डर से सटे हरियाणा के झिझोंली में बनाने की तैयारी पूरी हो गई है। संघ के शीर्ष नेतृत्व ने इसके डिजाइन को भी मंजूरी दे दी है। अब जल्द ही भूमि पूजन कर काम शुरू करने की तैयारी है। यह पहला ऐसा केंद्र होगा जिसे संघ के पुरुष स्वयंसेवकों के साथ ही राष्ट्रीय सेविका समिति और संघ के दूसरे आनुषांगिक संगठनों की महिलाओं के लिए भी ट्रेनिंग सेंटर के तौर पर इस्तेमाल किया जा सकेगा।
राष्ट्रीय सेवा भारती के नाम पर केंद्र
सूत्रों के मुताबिक हरियाणा के झिझौंली (सोनीपथ) में सूर्या फाउंडेशन ने साधना केंद्र नाम से एक ट्रेनिंग सेंटर करीब 25 साल पहले बनाया था। इसका इस्तेमाल संघ और बीजेपी भी करता रहा है। लेकिन यह जगह अब संघ के संगठन राष्ट्रीय सेवा भारती ने ली है। इसे 'सेवा साधना केंद्र' नाम दिया गया है। करीब 15 एकड़ जमीन में बनने वाला यह सेंटर संघ की गतिविधियों का सबसे बड़ा केंद्र होगा। जिसमें संघ के शिक्षा वर्ग भी हो सकेंगे और हर तीन साल में होने वाली संघ की सबसे बड़ी बैठक अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा भी हो सकेगी।
संघ और संघ से जुड़े संगठनों का यह सबसे आधुनिक और सबसे बड़ा सेंटर होगा। संघ के एक नेता के मुताबिक इसे सेवा काम में लगे दूसरे संगठन भी अपने कार्यक्रमों के लिए इस्तेमाल कर सकेंगे। 15 एकड़ जमीन पर बनने वाला करीब 5 लाख वर्गफुट एरिया में यह केंद्र आधुनिक सुविधाओं वाला होगा।
वाई-फाई से लेकर मेडिकल सेंटर तक
यह केंद्र पूरी तरह वाईफाई से लैस होगा। 2000 से अधिक प्रशिक्षकों और प्रतिभागियों के रहने का इंतजाम होगा, सेमिनार और सम्मेलनों के लिए मॉर्डन ऑडिटोरियम के साथ ही एकीकृत सेवा केंद्र, ग्राम विकास अनुसंधान और विकास केंद्र, प्रशिक्षण विंग अलग से होगी। केंद्र में आधुनिक उपकरणों से लैस मेडिकल सेंटर भी बनाया जाएगा। जिसमें आयुर्वेदिक, एलोपैथी, होम्योपैथी चिकित्सा सुविधा के साथ 24 घंटे एंबुलेस भी रहेगी।
एंट्री करते ही जो पहला ब्लॉक होगा उसमें 8000 स्वायर फुट में बना विशाल स्वागत कक्ष होगा जिसमें आने वालों के बैठने का इंतजाम होगा। इसी में रजिस्ट्रेशन केंद्र होगा। साथ ही इस बिल्डिंग में लाइब्रेरी भी होगी। प्रेस कॉन्फ्रेंस के लिए ऑडियो विडियो रिकॉर्डिंग की सुविधा सहिए एक मीडिया सेंटर भी इसी ब्लॉक में होगा।
हेलि पैड और सोलर पावर
यहां एक हेलि पैड भी बनाया जाएगा। सेवा साधना केंद्र में सोलर पावर का इंतजाम होगा। वॉटर रिसाइकलिंग प्लांट भी होगा। 1000 से अधिक गाड़ियों के लिए पार्किंग का इंतजाम, 125 लोगों के लिए स्थाई तौर पर यहां रहने का इंतजाम होगा। डिजाइन के मुताबिक हर फ्लोर में एक पेन्ट्री और एक मीटिंग रूम अलग से हैं। इस विंग में सिंगल, डबल और ट्रिपल शेयरिंग रूम बनाए जाएंगे।
साथ ही, यहां रहने वाले संघ पदाधिकारियों के सहायकों और सुरक्षाकर्मियों के रहने की व्यवस्था अलग से होगी। सेवा साधना केंद्र में एक पूजा गृह भी बनाया जाएगा साथ ही साथ ही मेडिटेशऩ हॉल भी। इस केंद्र में करीब 17000 स्क्वायर फुट में फैले एक विश्वस्तरीय हॉल बनेगा जिसमें 2000 लोगों के बैठने का इंतजाम होगा।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के सबसे बड़ा ट्रेनिंग सेंटर को दिल्ली बॉर्डर से सटे हरियाणा के झिझोंली में बनाने की तैयारी पूरी हो गई है। संघ के शीर्ष नेतृत्व ने इसके डिजाइन को भी मंजूरी दे दी है। अब जल्द ही भूमि पूजन कर काम शुरू करने की तैयारी है। यह पहला ऐसा केंद्र होगा जिसे संघ के पुरुष स्वयंसेवकों के साथ ही राष्ट्रीय सेविका समिति और संघ के दूसरे आनुषांगिक संगठनों की महिलाओं के लिए भी ट्रेनिंग सेंटर के तौर पर इस्तेमाल किया जा सकेगा।
राष्ट्रीय सेवा भारती के नाम पर केंद्र
सूत्रों के मुताबिक हरियाणा के झिझौंली (सोनीपथ) में सूर्या फाउंडेशन ने साधना केंद्र नाम से एक ट्रेनिंग सेंटर करीब 25 साल पहले बनाया था। इसका इस्तेमाल संघ और बीजेपी भी करता रहा है। लेकिन यह जगह अब संघ के संगठन राष्ट्रीय सेवा भारती ने ली है। इसे 'सेवा साधना केंद्र' नाम दिया गया है। करीब 15 एकड़ जमीन में बनने वाला यह सेंटर संघ की गतिविधियों का सबसे बड़ा केंद्र होगा। जिसमें संघ के शिक्षा वर्ग भी हो सकेंगे और हर तीन साल में होने वाली संघ की सबसे बड़ी बैठक अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा भी हो सकेगी।
संघ और संघ से जुड़े संगठनों का यह सबसे आधुनिक और सबसे बड़ा सेंटर होगा। संघ के एक नेता के मुताबिक इसे सेवा काम में लगे दूसरे संगठन भी अपने कार्यक्रमों के लिए इस्तेमाल कर सकेंगे। 15 एकड़ जमीन पर बनने वाला करीब 5 लाख वर्गफुट एरिया में यह केंद्र आधुनिक सुविधाओं वाला होगा।
वाई-फाई से लेकर मेडिकल सेंटर तक
यह केंद्र पूरी तरह वाईफाई से लैस होगा। 2000 से अधिक प्रशिक्षकों और प्रतिभागियों के रहने का इंतजाम होगा, सेमिनार और सम्मेलनों के लिए मॉर्डन ऑडिटोरियम के साथ ही एकीकृत सेवा केंद्र, ग्राम विकास अनुसंधान और विकास केंद्र, प्रशिक्षण विंग अलग से होगी। केंद्र में आधुनिक उपकरणों से लैस मेडिकल सेंटर भी बनाया जाएगा। जिसमें आयुर्वेदिक, एलोपैथी, होम्योपैथी चिकित्सा सुविधा के साथ 24 घंटे एंबुलेस भी रहेगी।
एंट्री करते ही जो पहला ब्लॉक होगा उसमें 8000 स्वायर फुट में बना विशाल स्वागत कक्ष होगा जिसमें आने वालों के बैठने का इंतजाम होगा। इसी में रजिस्ट्रेशन केंद्र होगा। साथ ही इस बिल्डिंग में लाइब्रेरी भी होगी। प्रेस कॉन्फ्रेंस के लिए ऑडियो विडियो रिकॉर्डिंग की सुविधा सहिए एक मीडिया सेंटर भी इसी ब्लॉक में होगा।
हेलि पैड और सोलर पावर
यहां एक हेलि पैड भी बनाया जाएगा। सेवा साधना केंद्र में सोलर पावर का इंतजाम होगा। वॉटर रिसाइकलिंग प्लांट भी होगा। 1000 से अधिक गाड़ियों के लिए पार्किंग का इंतजाम, 125 लोगों के लिए स्थाई तौर पर यहां रहने का इंतजाम होगा। डिजाइन के मुताबिक हर फ्लोर में एक पेन्ट्री और एक मीटिंग रूम अलग से हैं। इस विंग में सिंगल, डबल और ट्रिपल शेयरिंग रूम बनाए जाएंगे।
साथ ही, यहां रहने वाले संघ पदाधिकारियों के सहायकों और सुरक्षाकर्मियों के रहने की व्यवस्था अलग से होगी। सेवा साधना केंद्र में एक पूजा गृह भी बनाया जाएगा साथ ही साथ ही मेडिटेशऩ हॉल भी। इस केंद्र में करीब 17000 स्क्वायर फुट में फैले एक विश्वस्तरीय हॉल बनेगा जिसमें 2000 लोगों के बैठने का इंतजाम होगा।
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