Friday, March 31, 2017

पिक्चर खत्म हुई दोस्त, अब बस यादों में रह जाएगी रीगल सिनेमा की याद

रीगल के बाहर चाय, समोसे गुलाब जामुन के साथ यदि रात में कोई भोजन करना चाहे तो रोटी भी मिलती थी। यह लोगों के लिए कुतुब मीनार, लाल किला की तरह एक धरोहर था।
Read more: पिक्चर खत्म हुई दोस्त, अब बस यादों में रह जाएगी रीगल सिनेमा की याद