नई दिल्ली
स्पोर्ट्स में नंबर 1, स्कूल एक्टिविटीज में नंबर 1, स्टडीज में नंबर 1, लेकिन बच्ची को क्लास 9 में एडमिशन सिर्फ इसलिए नहीं मिला क्योंकि उसके सर पर ‘बाल’ नहीं हैं। यह मामला मयूर विहार के वनस्थली पब्लिक स्कूल में सामने आया है। बच्ची के पैरंट्स का आरोप है कि वह गुरुवार को स्कूल पहुंचे तो प्रिंसिपल ने कहा कि इसके सिर पर बाल नहीं हैं। ऐसे में बच्ची को एडमिशन नहीं मिल सकता। स्कूल की प्रिंसिपल अनुराधा जैन से बात की गई तो उन्होंने इन सब आरोपों को सिरे से नकार दिया है।
प्रिंसिपल का कहना है कि हमारे लिए सब स्टूडेंट्स एक समान हैं। एडमिशन प्रोसेस के तहत जो क्राइटेरिया है, उसके तहत एडमिशन किए जा रहे हैं। उन्होंने पैरंट्स के आरोपों को गलत बताया। मयूर विहार फेज-3 में रहने वाली बच्ची के पिता ट्रांसपोर्टर हैं। बच्ची की बहन मानसी गुप्ता ने बताया कि बच्ची हर पैरामीटर में नंबर 1 है। मानसी ने बताया कि जिस स्कूल में उनकी बहन पढ़ रही थी, वह सिर्फ 8वीं तक हैं। भारत भारती पब्लिक स्कूल में क्लास 8 में 77 पर्सेंट से पास कर उनकी बहन को क्लास में एडमिशन लेना है।
मानसी ने बताया कि उनकी मां और बहन गुरुवार को स्कूल पहुंचे। मानसी ने आरोप लगाया कि प्रिंसिपल ने बच्ची को देखते ही एडमिशन देने से मना कर दिया। मानसी का कहना है कि जहां एक तरफ हम बेटी बचाओ और बेटी पढ़ाओ की बात करते हैं, वहीं दूसरी तरफ मेरी बहन को सिर्फ इस बात पर एडमिशन देने से मना कर दिया जाता है क्योंकि उसके सिर पर बाल नहीं हैं। मानसी ने बताया कि आज से पहले तक कभी भी हमारे साथ ऐसा कहीं भी नहीं हुआ। इससे न सिर्फ बच्ची को ही नहीं, बल्कि पैरंट्स को भी काफी सदमा लगा है।
मानसी बताती हैं कि उनकी बहन काफी ऐक्टिव हैं। कभी भी हम लोगों ने इस बारे में उसको महसूस नहीं होने दिया। उन्होंने बताया कि भारत भारती पब्लिक स्कूल भी वनस्थली के पास ही है। मानसी कहती हैं कि अगर भारत भारती पब्लिक स्कूल ही 12वीं तक होता तो हमे शायद यह दिन देखने को नहीं मिलता।
स्पोर्ट्स में नंबर 1, स्कूल एक्टिविटीज में नंबर 1, स्टडीज में नंबर 1, लेकिन बच्ची को क्लास 9 में एडमिशन सिर्फ इसलिए नहीं मिला क्योंकि उसके सर पर ‘बाल’ नहीं हैं। यह मामला मयूर विहार के वनस्थली पब्लिक स्कूल में सामने आया है। बच्ची के पैरंट्स का आरोप है कि वह गुरुवार को स्कूल पहुंचे तो प्रिंसिपल ने कहा कि इसके सिर पर बाल नहीं हैं। ऐसे में बच्ची को एडमिशन नहीं मिल सकता। स्कूल की प्रिंसिपल अनुराधा जैन से बात की गई तो उन्होंने इन सब आरोपों को सिरे से नकार दिया है।
प्रिंसिपल का कहना है कि हमारे लिए सब स्टूडेंट्स एक समान हैं। एडमिशन प्रोसेस के तहत जो क्राइटेरिया है, उसके तहत एडमिशन किए जा रहे हैं। उन्होंने पैरंट्स के आरोपों को गलत बताया। मयूर विहार फेज-3 में रहने वाली बच्ची के पिता ट्रांसपोर्टर हैं। बच्ची की बहन मानसी गुप्ता ने बताया कि बच्ची हर पैरामीटर में नंबर 1 है। मानसी ने बताया कि जिस स्कूल में उनकी बहन पढ़ रही थी, वह सिर्फ 8वीं तक हैं। भारत भारती पब्लिक स्कूल में क्लास 8 में 77 पर्सेंट से पास कर उनकी बहन को क्लास में एडमिशन लेना है।
मानसी ने बताया कि उनकी मां और बहन गुरुवार को स्कूल पहुंचे। मानसी ने आरोप लगाया कि प्रिंसिपल ने बच्ची को देखते ही एडमिशन देने से मना कर दिया। मानसी का कहना है कि जहां एक तरफ हम बेटी बचाओ और बेटी पढ़ाओ की बात करते हैं, वहीं दूसरी तरफ मेरी बहन को सिर्फ इस बात पर एडमिशन देने से मना कर दिया जाता है क्योंकि उसके सिर पर बाल नहीं हैं। मानसी ने बताया कि आज से पहले तक कभी भी हमारे साथ ऐसा कहीं भी नहीं हुआ। इससे न सिर्फ बच्ची को ही नहीं, बल्कि पैरंट्स को भी काफी सदमा लगा है।
मानसी बताती हैं कि उनकी बहन काफी ऐक्टिव हैं। कभी भी हम लोगों ने इस बारे में उसको महसूस नहीं होने दिया। उन्होंने बताया कि भारत भारती पब्लिक स्कूल भी वनस्थली के पास ही है। मानसी कहती हैं कि अगर भारत भारती पब्लिक स्कूल ही 12वीं तक होता तो हमे शायद यह दिन देखने को नहीं मिलता।
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