नई दिल्ली
वसंत विहार इलाके में एक तेज रफ्तार बीएमडब्ल्यू कार बेकाबू होकर सीधे ऊबर कैब में चलने वाली एक वैगन-आर कार से जा भिड़ी। आईआईटी फ्लाईओवर के पास हुए इस हादसे के बाद बीएमडब्ल्यू कार चला रहा आरोपी शख्स मौके से फरार हो गया जिसे बाद में अरेस्ट कर लिया गया, जबकि वैगन कार चला रहे शख्स की मौत हो गई।
रविवार आधी रात को हुए इस हादसे के चश्मदीदों ने पुलिस को बताया कि बीएमडब्ल्यू एसयूवी की रफ्तार काफी अधिक थी, कैब को पीछे से जोरदार टक्कर मारने से दोनों कारें बुरी तरह डैमेज हुई हैं। हादसे के बाद सीनियर पुलिस अफसर व लोकल पुलिस टीम पहुंच गई। वैगन-आर चला रहे नजरुल इस्लाम को ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है। सोमवार को पुलिस ने इस्लाम के शव को पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया। आरोपी ने शराब पी रखी थी या नहीं, इसकी जांच के लिए पुलिस ने सैंपल रखवा लिए हैं। आरोपी पर कड़ी कार्रवाई की मांग को लेकर थाना वसंत विहार पर दिल्ली-एनसीआर से सैकड़ों टैक्सी वाले इकठ्ठा हो गए।
सीनियर पुलिस अफसरों के मुताबिक, मृतक की पहचान पश्चिम बंगाल के दक्षिण दिनाजपुर जिला निवासी नजरुल इस्लाम (32) के रूप में हुई है। कार नंबर की जांच पड़ताल के बाद पुलिस ने बीएमडब्ल्यू चला रहे आरोपी शोएब कोहली (24) को गुड़गांव के पंचशील स्थित उसके घर से गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी शोएब गुड़गांव स्थित एक कंपनी का सीईओ है। चंडीगढ़ नंबर की बीएमडब्ल्यू एसयूवी आरोपी की मां के नाम पर रजिस्टर्ड है। आरोपी के पैरेंट्स की चंडीगढ़ में बड़ी फैक्ट्री है। कार पर जिमखाना क्लब का स्टीकर भी लगा हुआ मिला है। आरोपी के फेसबुक प्रोफाइल से मालूम चला है कि वह पेनसिलिवेनिया में पढ़ाई कर चुका है और पेप्सिको समेत कई बड़ी एमएनसी में जॉब भी कर चुका है। हादसे के वक्त दोनों ही गाड़ियों में कोई और नहीं था।
नजरुल इस्लाम गुड़गांव के डीएलएफ में पत्नी व दो बच्चों के साथ रहते थे। मारुति वैगन-आर कार किसी अन्य शख्स की है। यह कार ऊबर से अटैच है, जिस पर नजरुल बतौर ड्राइवर थे। रविवार रात कैब से ड्रॉप करने के बाद रात को वह गुड़गांव जा रहे थे। वसंत विहार इलाके के आईआईटी हॉस्टल बस स्टॉप के सामने फ्लाईओवर के पास नजरूल पहुंचे ही थे कि इसी दौरान काले रंग की तेज रफ्तार बीएमडब्ल्यू एसयूवी ने कार में पीछे से जोरदार टक्कर मार दी। टक्कर के बाद डिवाइडर से टकराती हुई कार पलट गई। हादसे के वक्त नजरूल कार की स्टेयरिंग व सीट के बीच बुरी तरह फंस गए। टक्कर के बाद बीएमडब्ल्यू के एयर बैग्स खुल जाने से आरोपी शोएब की जान बच गई। वह कार से बाहर निकलकर पैदल ही फरार हो गया।
पुलिस ने सोमवार को बीएमडब्ल्यू कार के नंबर से लोकेशन ट्रेस की। आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज देखकर कार का रूट देखा। आरोपी को गुड़गांव की पॉश कॉलोनी पंचशील स्थित उसके घर से गिरफ्तार कर लिया। बीएमडब्ल्यू के एयरबैग खुल जाने की वजह से शोएब को खरोंच भी नहीं आई है। जिस तरह से हादसा हुआ है, उसे देखकर पुलिस को आशंका है कि कार की रफ्तार करीब 150 किमी प्रति घंटा के आसपास रही होगी।
तो बच सकती थी नजरुल की जान!
ऐक्सिडेंट के बाद जब कैब में नजरुल तड़प रहे थे। आरोपी शोएब ने अपनी बीएमडब्ल्यू से उतरकर वैगन-कार की हालत देखी और बजाय मदद के वह पकड़े जाने के डर से फरार हो गया। जबर्दस्त ऐक्सिडेंट से दोनों कारों की कंडिशन देख वहां से गुजर रहे गाड़ीवालों ने वैगन-आर कार में फंसे नजरुल को किसी तरह बाहर निकाला। चश्मदीदों में से ही किसी ने फोन कर करीब पौने बारह बजे हादसे की सूचना पुलिस को दी।
सूचना मिलने पर लोकल पुलिस, पीसीआर भी पहुंच गई। पुलिसवाले नजरुल को फौरन एम्स ट्रॉमा सेंटर लेकर गए। जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। नजरुल के परिवार को जैसे ही इस हादसे की खबर मिली, कोहराम मच गया। वह अकेले ही परिवार के लिए कमाने वाले थे। परिवार का दावा है कि अगर आरोपी शोएब भागने की बजाय नजरुल को हॉस्पिटल तक ले जाने में मदद करता तो उनकी जान बच सकती थी।
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