दिल्ली
झगड़ा झुलसाने घर आए एक युवक को पहले चाकू मारकर लहूलुहान कर दिया, फिर 100 नंबर कॉल करके घर के अंदर लुटेरे घुसने की सूचना दी। पुलिस मौके पर पहुंची तो सीन उलटा निकला। कॉलर ने जिसे लुटेरा बताया था, उसके पांव में चाकू गड़ा था। पूरे फर्श पर खून फैला था।
तफ्तीश में पता चला कि ये लूटपाट का नहीं, बल्कि न्यू ईयर सेलिब्रेशन के चलते पड़ोसियों में झगड़े का मामला है। इसी झगड़े को सुलझाने के लिए दो युवक अपने पड़ोसी युवकों के फ्लैट में गए थे। जहां कहासुनी के चलते एक युवक को चाकू घोंपकर पीसीआर कॉल कर दी।
यह अलग बात है कि इस केस में 'शिकारी' खुद शिकार हो गए। पुलिस ने कॉल करने वाले युवक और उसके दो साथियों के खिलाफ अटेम्प्ट मर्डर का केस दर्ज किया है। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी के अनुसार, तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। इनमें एक आरोपी के खिलाफ पहले से आपराधिक मामले दर्ज हैं। मामूली विवाद पर चाकू मारने के बाद पुलिस को झूठी सूचना देने का 'दिमाग' उसी ने लगाया था।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, घायल युवक हिमांशु तोमर (30) के पिता दिल्ली पुलिस में हैं। रिहायिश हौजखास की पुलिस कॉलोनी में है। उनका शकरपुर के उपाध्याय ब्लॉक में कंसल्टेंसी का ऑफिस है। उनके दोस्त दिनेश यादव का शकरपुर स्कूल ब्लॉक की एक बिल्डिंग में सेकंड फ्लोर पर ऑफिस है। हिमांशु के अनुसार 31 दिसंबर की रात दिनेश का अपनी बिल्डिंग में अलग फ्लोर पर रहने वाले आरोपी युवकों से झगड़ा हुआ था। वजह न्यू ईयर सेलिब्रेशन का शोर-शराब था। उस दिन झगड़ा सुलझ गया।
1 जनवरी की शाम विनोद अपने दोस्त हिमांशु को लेकर उन युवकों के फ्लैट पर बातचीत करने गया। आरोप है कि उसी दौरान कहासुनी के चलते राजकुमार नामक युवक ने हिमांशु के ऊपर चाकू से वार किया, जो उसके पांव में फंसा रह गया। हिमांशु ने पुलिस को बताया कि तीनों युवक उनके ऊपर जानलेवा हमला करने के बाद कट्टा रखकर लूट के केस में फंसाने की बात कर रहे थे। इसी साजिश के चलते पीसीआर कॉल कर दी। पुलिस का कहना है कि जब पीसीआर मौके पर पहुंची तो मेन गेट पर बहुत खून फैला था। वहीं एक जख्मी युवक मिला, जिसकी पैर में चाकू फंसा था। उसे फौरन लाल बहादुर शास्त्री अस्पताल ले जाया गया। शुरुआती तफ्तीश के बाद केस दर्ज कर लिया।
झगड़ा झुलसाने घर आए एक युवक को पहले चाकू मारकर लहूलुहान कर दिया, फिर 100 नंबर कॉल करके घर के अंदर लुटेरे घुसने की सूचना दी। पुलिस मौके पर पहुंची तो सीन उलटा निकला। कॉलर ने जिसे लुटेरा बताया था, उसके पांव में चाकू गड़ा था। पूरे फर्श पर खून फैला था।
तफ्तीश में पता चला कि ये लूटपाट का नहीं, बल्कि न्यू ईयर सेलिब्रेशन के चलते पड़ोसियों में झगड़े का मामला है। इसी झगड़े को सुलझाने के लिए दो युवक अपने पड़ोसी युवकों के फ्लैट में गए थे। जहां कहासुनी के चलते एक युवक को चाकू घोंपकर पीसीआर कॉल कर दी।
यह अलग बात है कि इस केस में 'शिकारी' खुद शिकार हो गए। पुलिस ने कॉल करने वाले युवक और उसके दो साथियों के खिलाफ अटेम्प्ट मर्डर का केस दर्ज किया है। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी के अनुसार, तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। इनमें एक आरोपी के खिलाफ पहले से आपराधिक मामले दर्ज हैं। मामूली विवाद पर चाकू मारने के बाद पुलिस को झूठी सूचना देने का 'दिमाग' उसी ने लगाया था।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, घायल युवक हिमांशु तोमर (30) के पिता दिल्ली पुलिस में हैं। रिहायिश हौजखास की पुलिस कॉलोनी में है। उनका शकरपुर के उपाध्याय ब्लॉक में कंसल्टेंसी का ऑफिस है। उनके दोस्त दिनेश यादव का शकरपुर स्कूल ब्लॉक की एक बिल्डिंग में सेकंड फ्लोर पर ऑफिस है। हिमांशु के अनुसार 31 दिसंबर की रात दिनेश का अपनी बिल्डिंग में अलग फ्लोर पर रहने वाले आरोपी युवकों से झगड़ा हुआ था। वजह न्यू ईयर सेलिब्रेशन का शोर-शराब था। उस दिन झगड़ा सुलझ गया।
1 जनवरी की शाम विनोद अपने दोस्त हिमांशु को लेकर उन युवकों के फ्लैट पर बातचीत करने गया। आरोप है कि उसी दौरान कहासुनी के चलते राजकुमार नामक युवक ने हिमांशु के ऊपर चाकू से वार किया, जो उसके पांव में फंसा रह गया। हिमांशु ने पुलिस को बताया कि तीनों युवक उनके ऊपर जानलेवा हमला करने के बाद कट्टा रखकर लूट के केस में फंसाने की बात कर रहे थे। इसी साजिश के चलते पीसीआर कॉल कर दी। पुलिस का कहना है कि जब पीसीआर मौके पर पहुंची तो मेन गेट पर बहुत खून फैला था। वहीं एक जख्मी युवक मिला, जिसकी पैर में चाकू फंसा था। उसे फौरन लाल बहादुर शास्त्री अस्पताल ले जाया गया। शुरुआती तफ्तीश के बाद केस दर्ज कर लिया।
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