नई दिल्ली
पूर्व गृह सचिव अनिल बैजल ने शनिवार को दिल्ली के 20वें उपराज्यपाल के तौर पर शपथ ली। शपथ ग्रहण समारोह में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल मौजूद थे। बैजल नौकरशाही पर नियंत्रण समेत कई विवादास्पद मुद्दों पर आप सरकार और केंद्र के बीच टकराव बढ़ने की पृष्ठभूमि में उपराज्यपाल का पद संभाल रहे हैं।
1969 बैच के आईएएस अधिकारी बैजल को दिल्ली हाई कोर्ट के न्यायमूर्ति जी रोहिणी ने पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी ने 28 दिसंबर को नजीब जंग का इस्तीफा स्वीकार कर राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के अगले लेफ्टिनेंट गवर्नर के रूप में अनिल बैजल के नाम को अप्रूव किया था।
बैजल अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में गृह सचिव के रूप में काम भी कर चुके हैं। पूर्व उपराज्यपाल नजीब जंग से दिल्ली सरकार के रिश्ते कटु रहे थे। उन्होंने पिछले हफ्ते अचानक अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। बैजल के सामने सबसे बड़ी चुनौती केंद्र सरकार और दिल्ली सरकार के बीच में समन्वय साधने की होगी।
नियमों के हिसाब से चलने के लिए चर्चित बैजल को कई अहम फैसले करने होंगे जिनमें शुंगलू समिति की रिपोर्ट भी शामिल है। जंग ने पिछले दो सालों में आप सरकार द्वारा लिए गए निर्णयों से जुड़ी फाइलों का परीक्षण करने के लिए यह समिति बनाई थी। समिति ने केजरीवाल सरकार के कुछ फैसलों में अनियमिताओं की ओर कथित इशारा किया था।
इस खबर को अंग्रेजी में पढ़ें: Anil Baijal takes over as new Lt Governor of Delhi
पूर्व गृह सचिव अनिल बैजल ने शनिवार को दिल्ली के 20वें उपराज्यपाल के तौर पर शपथ ली। शपथ ग्रहण समारोह में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल मौजूद थे। बैजल नौकरशाही पर नियंत्रण समेत कई विवादास्पद मुद्दों पर आप सरकार और केंद्र के बीच टकराव बढ़ने की पृष्ठभूमि में उपराज्यपाल का पद संभाल रहे हैं।
1969 बैच के आईएएस अधिकारी बैजल को दिल्ली हाई कोर्ट के न्यायमूर्ति जी रोहिणी ने पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी ने 28 दिसंबर को नजीब जंग का इस्तीफा स्वीकार कर राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के अगले लेफ्टिनेंट गवर्नर के रूप में अनिल बैजल के नाम को अप्रूव किया था।
Anil Baijal took oath as Lieutenant Governor of Delhi, oath was administered by Delhi HC Chief Justice G Rohini http://pic.twitter.com/igaLOtyQff
— ANI (@ANI_news) December 31, 2016
बैजल अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में गृह सचिव के रूप में काम भी कर चुके हैं। पूर्व उपराज्यपाल नजीब जंग से दिल्ली सरकार के रिश्ते कटु रहे थे। उन्होंने पिछले हफ्ते अचानक अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। बैजल के सामने सबसे बड़ी चुनौती केंद्र सरकार और दिल्ली सरकार के बीच में समन्वय साधने की होगी।
नियमों के हिसाब से चलने के लिए चर्चित बैजल को कई अहम फैसले करने होंगे जिनमें शुंगलू समिति की रिपोर्ट भी शामिल है। जंग ने पिछले दो सालों में आप सरकार द्वारा लिए गए निर्णयों से जुड़ी फाइलों का परीक्षण करने के लिए यह समिति बनाई थी। समिति ने केजरीवाल सरकार के कुछ फैसलों में अनियमिताओं की ओर कथित इशारा किया था।
इस खबर को अंग्रेजी में पढ़ें: Anil Baijal takes over as new Lt Governor of Delhi
मोबाइल ऐप डाउनलोड करें और रहें हर खबर से अपडेट।
Read more: अनिल बैजल बने दिल्ली के उपराज्यपाल