Wednesday, November 2, 2016

सिख विरोधी दंगा 'आप' के लिए चुनावी मुद्दा

अमन शर्मा, नई दिल्ली
आम आदमी पार्टी 1984 में हुए सिख विरोधी दंगों को पंजाब में बड़ा चुनावी मुद्दा बनाने की तैयारी में है। इस सिलसिले में पार्टी की पंजाब इकाई का पूरा नेतृत्व बीते गुरुवार को एक दिन के धरने पर बैठा। 'आप' नेता एच एस फुल्का ने बताया कि 'आप' इस बात का पर्दाफाश करेगी कि कांग्रेस नेता जगदीश टाइटलर के खिलाफ जांच को पंजाब चुनाव तक लटकाने के लिए बीजेपी-अकाली और कांग्रेस के बीच 'रणनीतिक तालमेल' है।

फुल्का ने कहा, 'केंद्र सरकार के निर्देश पर सीबीआई ने टाइटलर के खिलाफ जांच पूरी करने के लिए पिछले महीने अदालत से चार महीने का वक्त लगने की बात कही थी। इस मामले को जानबूझकर फरवरी तक लटकाया गया है, ताकि पंजाब चुनाव का मामला निकल जाए।' यह सब पंजाब में बीजेपी-अकाली दल और कांग्रेस के बीच समझौते का मामला है। वह दंगों से जुड़े मामलों में टाइटलर और सज्जन कुमार के खिलाफ मुकदमा लड़ रहे हैं।

अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार को पंजाब में कुछ इसी तरह का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, '1984 के गुनाहगारों को बचाने में कांग्रेस, बीजेपी और अकाली दल साथ हैं। इसमें कांग्रेस के कोई उम्मीद नहीं रखी सकती, लेकिन अकाली दल इस मसले पर चुप क्यों है और वह इसका विरोध क्यों नहीं कर रही है। आप इसका पर्दाफाश करेगी।'

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