नई दिल्ली
केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF) ने रविवार को सोशल मीडिया पर साझा किए जा रहे उस संदेश को खारिज कर दिया जिसमें दावा किया जा रहा था कि दिल्ली मेट्रो में बुर्के पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। सोशल मीडिया पर सर्कुलेट हो रहे इस भ्रामक संदेश में लोगों से यह भी पूछा जा रहा था कि क्या वे इस प्रतिबंध का समर्थन करते हैं।
दिल्ली मेट्रो की सुरक्षा करने वाली CISF यूनिट ने स्पष्ट करते हुए कहा है कि इस तरह का कोई भी निर्देश ना तो DMRC द्वारा जारी किया गया है और ना ही सुरक्षा एजेंसी ने ही बुर्के पर प्रतिबंध लगाया है। सोशल नेटवर्किंग पर साझा हो रहे इस संदेश में दावा किया गया है कि बुर्का या फिर हिजाब पहनने वाली किसी भी महिला को अब जांच के लिए अनिवार्य रूप से अपनी पहचान बतानी होगी। CISF अधिकारियों ने इसपर प्रतिक्रिया करते हुए कहा कि बुर्का पहनी हुई किसी भी महिला को अपनी पहचान बताने के लिए परेशान नहीं किया जाएगा, बस उन महिलाओं को अपना चेहरा दिखाना होगा।
CISF अधिकारियों ने कहा कि एक महिला ने अपने फेसबुक प्रोफाइल पर इस संबंध में एक तस्वीर डालकर गलत संदेश साझा किया है।
दिल्ली मेट्रो की सुरक्षा में तैनात CISF द्वारा जारी बयान में कहा गया है, 'ना तो CISF और ना ही दिल्ली मेट्रो ने ही इस तरह का कोई निर्देश जारी किया है। पर्दा करने वाली या फिर बुर्का पहनने वाली महिलाओं को मेट्रो के अंदर जाने की अनुमति है, लेकिन सुरक्षा जांच की जगह पर उनकी जांच होगी और CISF की महिला अधिकारी द्वारा उनकी पहचान की पुष्टि की जाएगी। फेसबुक पर इस संबंध में साझा किया जा रहा संदेश गलत है और हम सभी से अपील करते हैं कि वे इस संदेश पर ध्यान न दें। हजारों की संख्या में बुर्का पहने हुए महिलाएं मेट्रो में बिना किसी परेशानी के सफर करती हैं।'
वरिष्ठ अधिकारियों ने बताया कि इसी साल मार्च में एक पुरुष बुर्का पहनकर कश्मीरी गेट मेट्रो स्टेशन के अंदर घुस गया था। इसके बाद महिला सुरक्षा अधिकारियों को निर्देश दिया गया कि वे महिला यात्रियों की भी जांच करें। इसी साल अप्रैल में 2 लोगों ने राजेंद्र नगर मेट्रो स्टेशन पर मेट्रो के एक कर्मचारी के पास से 12 लाख रुपये लूट लिए थे। दोनों अपराधियों ने मेट्रो स्टेशन में घुसते और निकलते समय चेहरे पर नकाब पहना हुआ था।
इस खबर को अंग्रेजी में पढ़ें: CISF quells rumour of burqa ban in Metro
केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF) ने रविवार को सोशल मीडिया पर साझा किए जा रहे उस संदेश को खारिज कर दिया जिसमें दावा किया जा रहा था कि दिल्ली मेट्रो में बुर्के पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। सोशल मीडिया पर सर्कुलेट हो रहे इस भ्रामक संदेश में लोगों से यह भी पूछा जा रहा था कि क्या वे इस प्रतिबंध का समर्थन करते हैं।
दिल्ली मेट्रो की सुरक्षा करने वाली CISF यूनिट ने स्पष्ट करते हुए कहा है कि इस तरह का कोई भी निर्देश ना तो DMRC द्वारा जारी किया गया है और ना ही सुरक्षा एजेंसी ने ही बुर्के पर प्रतिबंध लगाया है। सोशल नेटवर्किंग पर साझा हो रहे इस संदेश में दावा किया गया है कि बुर्का या फिर हिजाब पहनने वाली किसी भी महिला को अब जांच के लिए अनिवार्य रूप से अपनी पहचान बतानी होगी। CISF अधिकारियों ने इसपर प्रतिक्रिया करते हुए कहा कि बुर्का पहनी हुई किसी भी महिला को अपनी पहचान बताने के लिए परेशान नहीं किया जाएगा, बस उन महिलाओं को अपना चेहरा दिखाना होगा।
CISF अधिकारियों ने कहा कि एक महिला ने अपने फेसबुक प्रोफाइल पर इस संबंध में एक तस्वीर डालकर गलत संदेश साझा किया है।
दिल्ली मेट्रो की सुरक्षा में तैनात CISF द्वारा जारी बयान में कहा गया है, 'ना तो CISF और ना ही दिल्ली मेट्रो ने ही इस तरह का कोई निर्देश जारी किया है। पर्दा करने वाली या फिर बुर्का पहनने वाली महिलाओं को मेट्रो के अंदर जाने की अनुमति है, लेकिन सुरक्षा जांच की जगह पर उनकी जांच होगी और CISF की महिला अधिकारी द्वारा उनकी पहचान की पुष्टि की जाएगी। फेसबुक पर इस संबंध में साझा किया जा रहा संदेश गलत है और हम सभी से अपील करते हैं कि वे इस संदेश पर ध्यान न दें। हजारों की संख्या में बुर्का पहने हुए महिलाएं मेट्रो में बिना किसी परेशानी के सफर करती हैं।'
वरिष्ठ अधिकारियों ने बताया कि इसी साल मार्च में एक पुरुष बुर्का पहनकर कश्मीरी गेट मेट्रो स्टेशन के अंदर घुस गया था। इसके बाद महिला सुरक्षा अधिकारियों को निर्देश दिया गया कि वे महिला यात्रियों की भी जांच करें। इसी साल अप्रैल में 2 लोगों ने राजेंद्र नगर मेट्रो स्टेशन पर मेट्रो के एक कर्मचारी के पास से 12 लाख रुपये लूट लिए थे। दोनों अपराधियों ने मेट्रो स्टेशन में घुसते और निकलते समय चेहरे पर नकाब पहना हुआ था।
इस खबर को अंग्रेजी में पढ़ें: CISF quells rumour of burqa ban in Metro
मोबाइल ऐप डाउनलोड करें और रहें हर खबर से अपडेट।
Read more: CISF ने मेट्रो में बुर्के पर बैन को बताया अफवाह