अभिनव गर्ग, नई दिल्ली
कॉर्पोरेट अफेयर्स के पूर्व महानिदेशक बीके बंसल और उनके बेटे योगेश के सूइसाइड के बाद अब कुछ डॉक्युमेंट्स सामने आए हैं जिनसे खुलासा हुआ है कि योगेश ने आयकर विभाग की आय घोषणा योजना के तहत 2.4 करोड़ की रकम की घोषणा की थी। टाइम्स ऑफ इंडिया को मिले दस्तावेजों के अनुसार योगेश ने 22 सितंबर को कर विभाग में अघोषित आय घोषणा फॉर्म भरा था। सूत्रों के मुताबिक CBI के पास ये दस्तावेज हैं। हालांकि टाइम्स ऑफि इंडिया के द्वारा देखे गए दस्तावेजों की प्रामाणिकता की स्वतंत्र रूप से पुष्टि नहीं हो सकी है।
बीके बंसल को CBI ने एक दवा कंपनी से घूस लेने के आरोप में गिरफ्तार किया था। जिसके बाद 19 जुलाई को उनकी पत्नी और बेटी ने सूइसाइड कर लिया था। बंसल ने अपने सूइसाइड नोट में CBI अपनी पत्नी और पत्नी को प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है। CBI के पास टैक्स अथॉरिटी की मुहर लगी एक कॉपी मिली है जिसमें 25 सितंबर को टैक्स जमा किया गया था। उसके एक दिन बाद ही बंसल ने अपने बेटे के साथ मिलकर कथित तौर पर सूइसाइड कर लिया। बंसल को दिल्ली की एक अदालत ने 26 अगस्त को जमानत दे दी थी।
CBI ने कहा है कि योगेश के खिलाफ कोई जांच नहीं चल रही थी। CBI के पास टैक्स से जुड़े जो दस्तावेज हैं उनमें बंसल के पूर्वी दिल्ली स्थित घर का पता और योगेश के पैन नंबर समेत अन्य जानकारियां हैं। इसके मुताबिक योगेश ने 2005 से लेकर 10 तक कोई रिटर्न दाखिल नहीं किया, लेकिन उसके बाद उसने हर साल नियमित तौर पर 1 लाख से लेकर 4.9 लाख तक का रिटर्न भरा। दस्तावेजों के मुतताबिक अघोषित आय की रकम 2 करोड़, उनतालीस लाख, 16 हजार रुपये है। स्कीम के मुताबिक इस रकम का 30 प्रतिशत हिस्सा टैक्स के रूप में काटा गया। उसके बाद देयकर पर 25 प्रतिशत का सरचार्ज भी लगाया गया।
कॉर्पोरेट अफेयर्स के पूर्व महानिदेशक बीके बंसल और उनके बेटे योगेश के सूइसाइड के बाद अब कुछ डॉक्युमेंट्स सामने आए हैं जिनसे खुलासा हुआ है कि योगेश ने आयकर विभाग की आय घोषणा योजना के तहत 2.4 करोड़ की रकम की घोषणा की थी। टाइम्स ऑफ इंडिया को मिले दस्तावेजों के अनुसार योगेश ने 22 सितंबर को कर विभाग में अघोषित आय घोषणा फॉर्म भरा था। सूत्रों के मुताबिक CBI के पास ये दस्तावेज हैं। हालांकि टाइम्स ऑफि इंडिया के द्वारा देखे गए दस्तावेजों की प्रामाणिकता की स्वतंत्र रूप से पुष्टि नहीं हो सकी है।
बीके बंसल को CBI ने एक दवा कंपनी से घूस लेने के आरोप में गिरफ्तार किया था। जिसके बाद 19 जुलाई को उनकी पत्नी और बेटी ने सूइसाइड कर लिया था। बंसल ने अपने सूइसाइड नोट में CBI अपनी पत्नी और पत्नी को प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है। CBI के पास टैक्स अथॉरिटी की मुहर लगी एक कॉपी मिली है जिसमें 25 सितंबर को टैक्स जमा किया गया था। उसके एक दिन बाद ही बंसल ने अपने बेटे के साथ मिलकर कथित तौर पर सूइसाइड कर लिया। बंसल को दिल्ली की एक अदालत ने 26 अगस्त को जमानत दे दी थी।
CBI ने कहा है कि योगेश के खिलाफ कोई जांच नहीं चल रही थी। CBI के पास टैक्स से जुड़े जो दस्तावेज हैं उनमें बंसल के पूर्वी दिल्ली स्थित घर का पता और योगेश के पैन नंबर समेत अन्य जानकारियां हैं। इसके मुताबिक योगेश ने 2005 से लेकर 10 तक कोई रिटर्न दाखिल नहीं किया, लेकिन उसके बाद उसने हर साल नियमित तौर पर 1 लाख से लेकर 4.9 लाख तक का रिटर्न भरा। दस्तावेजों के मुतताबिक अघोषित आय की रकम 2 करोड़, उनतालीस लाख, 16 हजार रुपये है। स्कीम के मुताबिक इस रकम का 30 प्रतिशत हिस्सा टैक्स के रूप में काटा गया। उसके बाद देयकर पर 25 प्रतिशत का सरचार्ज भी लगाया गया।
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