Monday, August 29, 2016

कातिल बाप के सामने गिड़गिड़ाया था बेटा

विशाल आनंद, दिल्ली
समयपुर बादली में ढाई साल के मासूम बेटे को जिंदा मुनक नहर में फेंकने वाले पिता बंटी ने रविवार को उसका अंतिम संस्कार कर दिया। पुलिसकर्मियों और आसपास के कुछ लोगों ने अंतिम संस्कार के लिए पैसा जुटाया। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में बच्चे की मौत डूबने से बताई गई है। बच्चे की मां लापता है, उसके बारे में कुछ सुराग मिले हैं। उसे तलाशने के लिए एक टीम हापुड़ (यूपी) गई है।

पुलिस के मुताबिक, समयपुर बादली में एक कमरे में दो मासूम बेटियों को बंद करने और बेटे को जिंदा नहर में फेंकने के आरोपी बंटी को पुलिस ने शनिवार को गिरफ्तार किया था। उसे कोर्ट में पेश कर तीन दिन की रिमांड पर लिया गया। उससे जब पूछताछ हुई तो उसने रक्षा बंधन के दिन बेटे को जिंदा नहर में फेंकने की बात कबूल कर ली। उसी शाम को बॉडी हैदरपुर प्लांट के जाल में फंसी हुई पुलिस ने रिकवर की थी, लेकिन शिनाख्त नहीं हो सकी थी। आरोपी के पकड़े जाने पर बच्चे की पहचान हुई। पुलिस ने शनिवार को बच्चे का पोस्टमॉर्टम कराया। आरोपी बच्चे का अंतिम संस्कार नहीं करना चाहता था। बाद में पुलिस स्टाफ और आसपास के कुछ लोगों ने पैसा जमा करके बच्चे का अंतिम संस्कार कराया। एसएचओ अनिल, इंस्पेक्टर रमेश शर्मा, एसआई दीपक और स्टाफ के अलावा कुछ लोगों उस दौरान मौजूद थे।

'घर नहीं, पुलिस वाले अंकल के साथ जाना है'
अस्पताल में भर्ती दोनों मासूम बहनों की हालत में धीरे-धीरे सुधार हो रहा है। उनकी काउंसलिंग चल रही है। ढेरों गिफ्ट और खाने-पीने के सामान मिल रहे हैं। बच्चियों को यह भी पता नहीं कि उनका इकलौता मासूम भाई अब इस दुनिया में नहीं है। वे बार-बार यही कहती हैं कि उन्हें घर नहीं जाना। उन्हें पुलिस वाले अंकल के साथ जाना है। पुलिस के मुताबिक, बंटी के दो भाई हैं। इनके नाम सोनू और धीरज हैं। दोनों अपने अपने परिवार के साथ अलग रहते हैं। आरोपी की क्रूरता और गलत बर्ताव की वजह से वे बंटी के संपर्क में कई साल से नहीं हैं।

बेटे ने पूछा था, पापा कहां ले जा रहे हो?
रिमांड के दौरान बंटी से पूछताछ में पुलिसवालों की उस वक्त आंखें भर आईं जब उसने बताया कि बेटा बार-बार पूछ रहा था कि पापा कहां ले जा रहे हो। उसने बेटे को बताया कि वह दवाई दिलाने ले जा रहा है। वह घर के पास ही सुबह पांच बजे वह सेक्टर-18 मुनक नहर के ब्रिज पर पहुंचा। बच्चे ने रोना शुरू कर दिया। वह बार-बार कह रहा था, पापा! मुझे मत फेंको, घर छोड़ दो। अब नहीं रोऊंगा। बंटी ने पुलिस को बताया कि बच्चे के शरीर में कीड़े फैल चुके थे। इस कारण वह हर वक्त रोता रहता था। बेटे को नहर में फेंकने के बाद बंटी कश्मीरी गेट पर मरघट वाले हनुमान जी के मंदिर के आसपास रहा।

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