Tuesday, August 2, 2016

10 साल हुआ रेप, अब लौट पाई अपने घर

नई दिल्ली

11 साल की उम्र में अपना घर छोड़ने के 10 साल बाद माला (परिवर्तित नाम) अब अपने घर लौट आई है लेकिन उसकी जिंदगी के बीते 10 साल की कहानी बहुत ही खौफनाक और दर्द भरी है। 2006 में नॉर्थईस्ट दिल्ली के खजूरी खास से जब 10 साल पहले मां से झगड़ा होने पर इस लड़की ने अपना घर छोड़ा था तो उसे अंदाजा भी नहीं रहा होगा कि उसे इसकी कितनी बड़ी सजा मिलने जा रही है।

माला ने जब घर छोड़ा तो उसका अपहरण कर लिया गया था और उसके बाद उसने लगातार 10 साल तक रेप, मारपीट और गुलामी समेत तमाम यातनाएं झेलीं।

माला (परिवर्तित नाम) इस साल 24 जुलाई को अपने घर लौटी तो अपनी बच्ची को मरा मान चुकी मां ने उसे भूत समझा और बेहोश हो गई। अपनी बच्ची के घर वापस आने की खुशी मनाने के लिए उसके पिता अब इस दुनिया में नहीं हैं। जंतर-मंतर पर एक साल पहले विरोध-प्रदर्शन के दौरान हीट स्ट्रोक से उनकी मौत हो गई थी।

माला की मां ने बताया, मैंने अपने दिल को समझा लिया था कि मेरी बच्ची अब इस दुनिया में नहीं है, मैंने सबको इस बारे में बात करते हुए सुना था कि निठारी में कैसे बच्चों की निर्मम हत्या कर दी गई है। उसकी मां ने बताया कि वह अपनी बच्ची के लिए पुलिस अधिकारियों समेत तत्कालीन मुख्यमंत्री से भी मिली थी लेकिन कोई परिणाम नहीं निकला।

अब माला और उसकी मां के पास 10 साल पहले जून महीने की उस रात पर अफसोस करने के अलावा कोई चारा नहीं है जिस रात उन दोनों के बीच लड़ाई हुई और जिसकी वजह से उसकी बेटी ने गुस्से में घर छोड़ दिया था।

माला की अपनी मां से कहासुनी हुई और वह गुस्से में घर से बाहर निकल आई। रास्ते में एक मारुति वैन उसके पास आकर रुकी और वैन से दो लोगों ने उतर कर उसे बेहोश कर उसका अपहरण कर लिया। जब माला की आंख खुली तो उसने खुद को अंबाला में कुछ और लड़कियों के साथ खुद को एक कमरे में बंद पाया। कुछ दिनों बाद उसे गुजरात के एक फर्म में काम करने वाले एक मजदूर को बेच दिया गया। वह उसके खेतों में काम करती थी और पंप रूम में सोती थी। जहां कथित तौर पर फर्म मालिक का बेटा उसके साथ हर रोज रेप करता था। माला ने बताया कि जब उसने इसका विरोध किया तो उसने चाकू से घायल कर दिया, वह उसे आग से दागता भी था।

दो साल तक इतनी प्रताड़ना झेलने के बाद माला किसी तरह वहां से भागने में कामयाब हुई और कच्छ के कोथारा के पास के एक गांव पहुंची लेकिन वहां फिर से उसे उन्हीं किडनैपर्स ने पकड़ लिया। वह उसे अपने साथ अंबाला ले गए और उसे सेक्स वर्कर बना दिया।

21 साल की माला बताती है, मेरे साथ दो साल में 78 बार रेप किया गया।

2010 में परिवार के एक रिश्तेदार दंपति उसे आजादी दिलाने की बात कहकर अपने साथ भटिंडा ले गए थे लेकिन फिर उसे 20 साल बड़े एक ड्रग अडिक्ट युवक को शादी के लिए बेच दिया। माला ने बताया, मुझे एक नया नाम दिया गया। दो आदमियों ने मेरे लिए बोली लगाई। मेरा पति एक ड्राइवर निकला। वह नशा करने के बाद मुझे सिगरेट से जलाता था। मुझे उससे दो बच्चे भी हुए लेकिन दूसरा बच्चा पैदा होने के बाद ही मेरे पति की मौत हो गई। उसकी मौत के बाद मेरे देवर मेरे साथ यौन संबंध बनाने की मांग करने लगे और जब मैंने इनकार किया तो उन लोगों ने मुझे मेरे बच्चों के बिना मुझे घर से बाहर निकाल दिया।

उसके इस दर्दनाक सफर का अंत तब जाकर हुआ जब उसकी मुलाकात दिल्ली की एक लड़की से हुई। इस लड़की ने उसे एक फोन दिया और अपने घर वापस लौटने के लिए उसे कुछ पैसे भी दिए।

इन 10 सालों में खजूरी खास बहुत बदल चुका है लेकिन माला ने अपना घर ढूंढ लिया।

माला कहती है, 'मुझे नहीं पता कि मुझे कैसे न्याय मिलेगा लेकिन मुझे लगता है कि मेरे बच्चों को कभी भी इस तरह की चीजों का सामना ना करना पड़े। जो मेरे साथ हुआ, वह कभी भी मेरे बच्चों के साथ न हो।'

पुलिस ने कहा कि वह बुधवार को मेडिकल टेस्ट के बाद लड़की के बयान के आधार पर केस दर्ज करेगी।

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