केंद्रीय मंत्री एम वेंकैया नायडू ने शनिवार को यहां कहा कि बिना योजना के शहरीकरण और अतिक्रमण गुड़गांव में भीषण जल जमाव के कारणों में से एक हैं और नालियों, नहरों तथा झीलों पर अतिक्रमण करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने की जरूरत है। नायडू ने कहा, ‘बिना योजना के शहरीकरण करने, अतिक्रमणकारियों के खिलाफ समय पर कार्रवाई न करने और निचले स्तर पर राजनीति के कारण यह स्थिति आई है। हम सभी जिम्मेदारी लें और कार्रवाई करें’।
केंद्रीय मंत्री ने ट्वीट की कड़ी में कहा ‘दिल्ली, मुंबई, बंगलुरु, गुड़गांव…अपनी आंखें खोलें। शहरों और नगरों को जाग जाना चाहिए। नालियों, नहरों, झीलों पर अतिक्रमण करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाए’। उन्होंने अतिक्रमण के लिए जवाबदेही तय करने और हर शहर से युद्धस्तर पर अतिक्रमण हटाने का आह्वान किया और गरीबों को अन्यत्र ले जाने एवं उनका पुनर्वास करने की वकालत की।
नायडू ने कहा, ‘लोगों, योजनाकारों, प्रशासकों, राजनीतिक नेताओं को अपनी जिम्मेदारी पूरी करने के लिए हकीकत की ओर ध्यान देना होगा’। उन्होंने लोगों से एक-दूसरे पर आरोप मढ़ने के बजाय अपनी जिम्मेदारी पूरी करने का आह्वान किया।
गुड़गांव में भीषण बारिश के बाद राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या आठ पर जगह-जगह जल जमाव हो गया जिससे वहां दो दिन से यातायात बुरी तरह बाधित हुआ और हजारों यात्री परेशान हो गए। यातायात की समस्या दूर करने के लिए प्रशासन को हीरो होंडा चौक के पास निषेधाज्ञा लागू करनी पड़ी। स्थिति को देखते हुए स्कूलों को दो दिन के लिए बंद कर दिया गया।
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