विशेष संवाददाता, नई दिल्ली
दिल्ली के सभी सरकारी स्कूलों में पहली बार मेगा पैरंट्स टीचर्स मीटिंग (पीटीएम) कंडक्ट की गई। अपने बच्चों की पढ़ाई के बारे में जानकारी हासिल करने के लिए पैरंट्स काफी उत्साहित दिखे। सरकार ने पहली मेगा पीटीएम को बड़ी कामयाबी बताया है और कहा है कि आने वाले समय में रेग्युलर बेसिस पर पीटीएम हुआ करेंगी।
डेप्युटी सीएम मनीष सिसोदिया कई स्कूलों में गए और उन्होंने वहां पैरंट्स से बातचीत की। कई पैरंट्स ने उनसे कहा कि पीटीएम को स्कूल करिकुलम का हिस्सा बनाना चाहिए ताकि निश्चित अंतराल के बाद पीटीएम हो सकें। सीएम अरविंद केजरीवाल ने मेगा पीटीएम की कामयाबी के लिए डेप्युटी सीएम को बधाई दी और कहा कि पीटीएम को लेकर कई स्कूलों से शानदार रिपोर्ट्स मिल रही हैं।
डेप्युटी सीएम सिविल लाइंस के प्रतिभा विकास विद्यालय भी पहुंचे। वहां मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि सरकार ने एक ही दिन में सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले 16 लाख बच्चों के पैरंट्स के लिए यह नया प्रयोग किया है। पैरंट्स का उत्साह देखते ही बनता है। मेगा पीटीएम से एक बात साफ हो गई कि पैरंट्स अपने बच्चों की एजुकेशन के बारे में टीचर्स और प्रिंसिपल्स से बात करना चाहते हैं, लेकिन अभी तक उन्हें यह मौका नहीं मिल रहा था। लेकिन आज से सरकारी स्कूलों के दरवाजे पैरंट्स के लिए खुल गए हैं। पैरंट्स अब टीचर्स और प्रिंसिपल्स से आसानी से बात कर सकते हैं।
सिसोदिया ने कहा कि इस तरह के प्रयोग सरकार आगे भी करती रहेगी। सरकारी स्कूलों में एजुकेशन की क्वॉलिटी प्राइवेट स्कूलों से बेहतर बनाई जाएगी ताकि पैरंट्स को मजबूर होकर अपने बच्चों को महंगे प्राइवेट स्कूलों में न भेजना पड़े। अभी साल में दो बार मेगा पीटीएम कंडक्ट करने का प्लान है। सरकारी स्कूलों में पहली बार पैरंट्स का शानदार वेलकम हुआ है। पैरंट्स का हाथ जोड़कर और टीका लगाकर वेलकम किया गया। आज सरकारी स्कूलों का माहौल पूरी तरह से बदला हुआ था। लग रहा था जैसे कोई फेस्टिवल हो रहा है। डेप्युटी सीएम को सिविल लाइंस के स्कूल में कई एलुमनी भी मिले। सालों पहले स्कूल से पासआउट स्टूडेंट्स ने दिल्ली सरकार के इस कदम को सराहा। एलुमनी ने डेप्युटी सीएम से कहा कि काश, हमारे समय में भी सरकारी स्कूलों में यह कॉन्सेप्ट लागू किया जाता।
डेप्युटी सीएम ने पैरंट्स के नाम एक अपील जारी कर कहा कि हमने आपसे वादा किया है कि आपके बच्चे के सरकारी स्कूल में सुविधाएं और वातावरण प्राइवेट स्कूलों से बेहतर बनाएंगे। प्रिंसिपल्स और टीचर्स को इंटरनैशनल लेवल पर ट्रेनिंग दिलवाई जा रही है। 8000 नए क्लासरूम बनाए गए हैं, नई स्कूल बिल्डिंग भी बन रही हैं। सभी क्लासरूम में ग्रीन बोर्ड लगवाए गए हैं। आपके बच्चे के बेहतर विकास के लिए टीचर्स और पैरंट्स के बीच सीधा संवाद जरूरी है।
दिल्ली के सभी सरकारी स्कूलों में पहली बार मेगा पैरंट्स टीचर्स मीटिंग (पीटीएम) कंडक्ट की गई। अपने बच्चों की पढ़ाई के बारे में जानकारी हासिल करने के लिए पैरंट्स काफी उत्साहित दिखे। सरकार ने पहली मेगा पीटीएम को बड़ी कामयाबी बताया है और कहा है कि आने वाले समय में रेग्युलर बेसिस पर पीटीएम हुआ करेंगी।
डेप्युटी सीएम मनीष सिसोदिया कई स्कूलों में गए और उन्होंने वहां पैरंट्स से बातचीत की। कई पैरंट्स ने उनसे कहा कि पीटीएम को स्कूल करिकुलम का हिस्सा बनाना चाहिए ताकि निश्चित अंतराल के बाद पीटीएम हो सकें। सीएम अरविंद केजरीवाल ने मेगा पीटीएम की कामयाबी के लिए डेप्युटी सीएम को बधाई दी और कहा कि पीटीएम को लेकर कई स्कूलों से शानदार रिपोर्ट्स मिल रही हैं।
डेप्युटी सीएम सिविल लाइंस के प्रतिभा विकास विद्यालय भी पहुंचे। वहां मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि सरकार ने एक ही दिन में सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले 16 लाख बच्चों के पैरंट्स के लिए यह नया प्रयोग किया है। पैरंट्स का उत्साह देखते ही बनता है। मेगा पीटीएम से एक बात साफ हो गई कि पैरंट्स अपने बच्चों की एजुकेशन के बारे में टीचर्स और प्रिंसिपल्स से बात करना चाहते हैं, लेकिन अभी तक उन्हें यह मौका नहीं मिल रहा था। लेकिन आज से सरकारी स्कूलों के दरवाजे पैरंट्स के लिए खुल गए हैं। पैरंट्स अब टीचर्स और प्रिंसिपल्स से आसानी से बात कर सकते हैं।
सिसोदिया ने कहा कि इस तरह के प्रयोग सरकार आगे भी करती रहेगी। सरकारी स्कूलों में एजुकेशन की क्वॉलिटी प्राइवेट स्कूलों से बेहतर बनाई जाएगी ताकि पैरंट्स को मजबूर होकर अपने बच्चों को महंगे प्राइवेट स्कूलों में न भेजना पड़े। अभी साल में दो बार मेगा पीटीएम कंडक्ट करने का प्लान है। सरकारी स्कूलों में पहली बार पैरंट्स का शानदार वेलकम हुआ है। पैरंट्स का हाथ जोड़कर और टीका लगाकर वेलकम किया गया। आज सरकारी स्कूलों का माहौल पूरी तरह से बदला हुआ था। लग रहा था जैसे कोई फेस्टिवल हो रहा है। डेप्युटी सीएम को सिविल लाइंस के स्कूल में कई एलुमनी भी मिले। सालों पहले स्कूल से पासआउट स्टूडेंट्स ने दिल्ली सरकार के इस कदम को सराहा। एलुमनी ने डेप्युटी सीएम से कहा कि काश, हमारे समय में भी सरकारी स्कूलों में यह कॉन्सेप्ट लागू किया जाता।
डेप्युटी सीएम ने पैरंट्स के नाम एक अपील जारी कर कहा कि हमने आपसे वादा किया है कि आपके बच्चे के सरकारी स्कूल में सुविधाएं और वातावरण प्राइवेट स्कूलों से बेहतर बनाएंगे। प्रिंसिपल्स और टीचर्स को इंटरनैशनल लेवल पर ट्रेनिंग दिलवाई जा रही है। 8000 नए क्लासरूम बनाए गए हैं, नई स्कूल बिल्डिंग भी बन रही हैं। सभी क्लासरूम में ग्रीन बोर्ड लगवाए गए हैं। आपके बच्चे के बेहतर विकास के लिए टीचर्स और पैरंट्स के बीच सीधा संवाद जरूरी है।
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