नगर संवाददाता, नई दिल्ली
पिछले दो दिन से बिजली नए रेकॉर्ड कायम कर रही है। इसके साथ ही उसने झटके देने भी तेज कर दिए हैं। चार से पांच घंटे तक बिजली कटौती हो रही है। इससे उमस भरी गर्मी में लोगों की नींद हराम हो रही है, लेकिन बिजली कंपनियों को रटा-रटाया जवाब है कि बिजली की कोई कमी नहीं है।
शुक्रवार को बिजली की अधिकतम डिमांड ने पिछले सभी रेकॉर्ड तोड़ते हुए 6261 मेगावाट तक पहुंच गई। गनिमत यह रही कि शाम के वक्त कुछ इलाकों में बारिश हो गई और मौसम ठंडा होने की वजह से बिजली की डिमांड नहीं बढ़ी। इससे पहले गुरुवार को बिजली की अधिकतम डिमांड 6260 मेगावाट दर्ज की गई। दोनों दिन बिजली डिमांड बढ़ने से कई इलाकों में जबर्दस्त बिजली कटौती हुई। हालांकि सरकारी आंकड़ों के मुताबिक गुरुवार को सिर्फ 9 मेगावाट बिजली कटौती दर्ज हुई है।
लोगों से मिली जानकारी के मुताबिक गुरुवार रात ईस्ट दिल्ली के मंडावली इलाके में चार घंटे तक बिजली कटौती हुई। वेस्ट दिल्ली के पालम में भी तीन घंटे बिजली कटौती की बात की जा रहे है। इसके अलावा अनधिकृत कॉलोनियों में तो बिजली लंबे समय तक गुल हो रही है। लुका-छिपी का खेल तो कई जगह जारी है। बिजली कंपनियों ज्यादा वक्त तक बिजली कटौती से इंकार कर रही हैं लेकिन सरकार ने बिजली बचाने के सुझाव दिए हैं।
यह हैं सुझाव
-यदि कोई विद्युत उपकरण उपयोग में नहीं है तो उसे बंद कर दें।
-अपने कुछ कामों के लोड को उस समय के लिए स्थगित कर दें जब बिजली की मांग कम होती है। ऐसे अनेक कार्य होते है जिन्हें उसी समय करना जरूरी नहीं होता तथा कार्य उस समय किए जा सकते हैं जब बिजली की मांग कम हो। ऐसा करके बिजली की दरों को कम करने में भी सहायता मिलेगी।
-ठंडा करने के लिए कूलर पर्याप्त प्रभावी है तथा इनसे बिजली भी कम खर्च होती है।
-जब उपयोग में नहीं हो तो अपने एयरकंडीशनर्स को बंद कर दें तथा इसके अलावा इनकी कुशलता बढ़ाने हेतु तापमान 25 डिग्री से 27 डिग्री पर सेट करें।
-स्टार रेटिंग वाले विद्युत उपकरणो का प्रयोग करें, ये कम बिजली की खपत करते हैं।
पिछले दो दिन से बिजली नए रेकॉर्ड कायम कर रही है। इसके साथ ही उसने झटके देने भी तेज कर दिए हैं। चार से पांच घंटे तक बिजली कटौती हो रही है। इससे उमस भरी गर्मी में लोगों की नींद हराम हो रही है, लेकिन बिजली कंपनियों को रटा-रटाया जवाब है कि बिजली की कोई कमी नहीं है।
शुक्रवार को बिजली की अधिकतम डिमांड ने पिछले सभी रेकॉर्ड तोड़ते हुए 6261 मेगावाट तक पहुंच गई। गनिमत यह रही कि शाम के वक्त कुछ इलाकों में बारिश हो गई और मौसम ठंडा होने की वजह से बिजली की डिमांड नहीं बढ़ी। इससे पहले गुरुवार को बिजली की अधिकतम डिमांड 6260 मेगावाट दर्ज की गई। दोनों दिन बिजली डिमांड बढ़ने से कई इलाकों में जबर्दस्त बिजली कटौती हुई। हालांकि सरकारी आंकड़ों के मुताबिक गुरुवार को सिर्फ 9 मेगावाट बिजली कटौती दर्ज हुई है।
लोगों से मिली जानकारी के मुताबिक गुरुवार रात ईस्ट दिल्ली के मंडावली इलाके में चार घंटे तक बिजली कटौती हुई। वेस्ट दिल्ली के पालम में भी तीन घंटे बिजली कटौती की बात की जा रहे है। इसके अलावा अनधिकृत कॉलोनियों में तो बिजली लंबे समय तक गुल हो रही है। लुका-छिपी का खेल तो कई जगह जारी है। बिजली कंपनियों ज्यादा वक्त तक बिजली कटौती से इंकार कर रही हैं लेकिन सरकार ने बिजली बचाने के सुझाव दिए हैं।
यह हैं सुझाव
-यदि कोई विद्युत उपकरण उपयोग में नहीं है तो उसे बंद कर दें।
-अपने कुछ कामों के लोड को उस समय के लिए स्थगित कर दें जब बिजली की मांग कम होती है। ऐसे अनेक कार्य होते है जिन्हें उसी समय करना जरूरी नहीं होता तथा कार्य उस समय किए जा सकते हैं जब बिजली की मांग कम हो। ऐसा करके बिजली की दरों को कम करने में भी सहायता मिलेगी।
-ठंडा करने के लिए कूलर पर्याप्त प्रभावी है तथा इनसे बिजली भी कम खर्च होती है।
-जब उपयोग में नहीं हो तो अपने एयरकंडीशनर्स को बंद कर दें तथा इसके अलावा इनकी कुशलता बढ़ाने हेतु तापमान 25 डिग्री से 27 डिग्री पर सेट करें।
-स्टार रेटिंग वाले विद्युत उपकरणो का प्रयोग करें, ये कम बिजली की खपत करते हैं।
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Read more: डिमांड बढ़ी तो तेज हुए बिजली के झटके