Friday, July 1, 2016

देश के 91 जलाशयों में केवल 15 फीसद पानी

देश के 91 बड़े जलाशयों में उपलब्ध जल की मात्रा 23.94 बीसीएम रह गई है, जो इन जलाशयों की कुल भंडारण क्षमता का मात्र 15 फीसद है। यह बीते साल समान अवधि में 48 फीसद और बीते 10 साल की समान अवधि में औसतन 70 फीसद था। इन 91 जलाशयों की कुल भंडारण क्षमता लगभग 157.79 बीसीएम है, जो भारत की कुल भंडारण क्षमता 253.38 बीसीएम की करीब 62 फीसद ही है। इन 91 में 37 जलाशयों से 60 मेगावाट से ज्यादा स्थापित पनबिजली क्षमता भी है।

जल संसाधन और नदी विकास मंत्रालय से मिली जानकारी के मुताबिक उत्तरी क्षेत्र में हिमाचल प्रदेश, पंजाब और राजस्थान पर नजर डालें तो केंद्रीय जल आयोग (सीडब्लूसी) के पर्यवेक्षण के अंतर्गत आने वाले छह जलाशयों की कुल भंडारण क्षमता 18.01 बीसीएम है। इन जलाशयों में फिलहाल 4.37 बीसीएम जल का भंडार है, जो इन जलाशयों की कुल क्षमता की तुलना में महज 24 फीसद ही है। इन जलाशयों में बीते साल की समान अवधि में पानी का भंडारण 44 फीसद था जबकि पिछले 10 साल में औसत भंडारण 32 फीसद था। इस प्रकार इस साल बीते साल की समान अवधि की तुलना में भंडारण कम है। बीते 10 साल में समान अवधि में औसत भंडारण की तुलना में भी कम है। पूर्वी क्षेत्र में झारखंड, ओड़ीशा, पश्चिम बंगाल और त्रिपुरा पर ध्यान दें तो सीडब्लूसी के पर्यवेक्षण के अधीन आने वाले कुल 15 जलाशयों की भंडारण क्षमता 18.83 बीसीएम है। इनमें वर्तमान में कुल जल का भंडारण 3.18 बीसीएम है, जो इन जलाशयों की कुल क्षमता का लगभग 17 फीसद ही है।

बीते साल समान अवधि में पानी का भंडारण 29 फीसद था और 10 साल की समान अवधि में औसतन 17 फीसद रहा था। इस प्रकार वर्तमान वर्ष में बीते साल की तुलना में भंडारण कम रहा है, लेकिन यह बीते 10 साल की समान अवधि में हुए औसत भंडारण के समान है। पश्चिमी क्षेत्र में गुजरात और महाराष्ट्र पर ध्यान दें तो सीडब्लूसी के तहत आने वाले 27 जलाशयों की कुल भंडारण क्षमता 27.07 बीसीएम है। इन जलाशयों में इस समय कुल भंडारण करीब 2.41 बीसीएम है, जो इन जलाशयों की कुल क्षमता की तुलना में 9 फीसद ही है। बीते साल समान अवधि में इन जलाशयों में पानी का कुल भंडारण 25 फीसद था और बीते 10 साल में समान अवधि में औसतन 22 फीसद रहा था।

इस प्रकार वर्तमान वर्ष में भंडारण बीते साल की तुलना में काफी कम है। यह बीते 10 साल के औसत की तुलना में भी काफी कम है। मध्य क्षेत्र में उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में सीडब्लूसी के पर्यवेक्षण में आने वाले 12 जलाशयों की कुल क्षमता 42.30 बीसीएम है। वर्तमान वर्ष में इन जलाशयों में कुल भंडारण 8.65 बीसीएम है, जो कुल क्षमता का 20 फीसद ही है। इन जलाशयों में बीते साल समान अवधि में भंडारण 30 फीसद और बीते 10 साल में समान अवधि के दौरान औसतन 17 फीसद था। इस प्रकार वर्तमान वर्ष में भंडारण बीते साल की समान अवधि की तुलना में कम रहा है, लेकिन बीते 10 साल की समान अवधि के औसत की तुलना में यह ज्यादा है। दक्षिणी क्षेत्र में आंध्र प्रदेश और तेलंगाना (दोनों राज्यों की सम्मिलित परियोजना), कर्नाटक, केरल और तमिलनाडु में सीडब्लूसी के पर्यवेक्षण में आने वाले 31 जलाशयों की कुल भंडारण क्षमता 51.59 बीसीएम है। इन जलाशयों में फिलहाल कुल 5.33 बीसीएम जल का भंडार है, जो इन जलाशयों की कुल क्षमता का 10 फीसद ही है। बीते साल की समान अवधि में इन जलाशयों में भंडारण 33 फीसद और बीते 10 साल में समान अवधि में औसतन 24 फीसद रहा था। इस प्रकार वर्तमान वर्ष में भंडारण बीते साल और बीते 10 साल के औसत की तुलना में भी कम रहा है। बीते साल की तुलना में इस साल ज्यादा भंडारण वाले राज्यों में राजस्थान, त्रिपुरा, आंध्र प्रदेश शामिल हैं।


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